बिना केमिकल, पाएं बेदाग़ निखार
महंगे प्रोडक्ट्स की भीड़ में, क्या हम अपनी जड़ों से मिले सौंदर्य के रहस्यों को भूल गए हैं? चलिए, फिर से खोजते हैं वो जादू।
शादियों में इस्तेमाल होने वाला उबटन सिर्फ एक रस्म नहीं, यह त्वचा के लिए एक संपूर्ण आहार है। यह त्वचा को साफ़, कोमल और चमकदार बनाता है।
बेसन धीरे-धीरे डेड स्किन हटाता है, हल्दी अपने एंटी-सेप्टिक गुणों से त्वचा को हील करती है, और चंदन ठंडक पहुंचाकर दाग-धब्बे कम करता है।
यह जादुई मिट्टी त्वचा से अतिरिक्त तेल और अशुद्धियों को सोख लेती है। यह मुंहासों और ब्लैकहेड्स के लिए एक प्राकृतिक समाधान है।
मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाकर एक स्मूथ पेस्ट बनाएं। इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने पर धो लें। पाएं ताज़गी भरी त्वचा।
होंठों को मुलायम बनाने और आँखों के नीचे के काले घेरों को कम करने के लिए रात में शुद्ध देसी घी की एक बूंद से मालिश करें। इसके फैटी एसिड्स त्वचा को गहराई से पोषण देते हैं।
दूध में केसर के कुछ धागे भिगोकर चेहरे पर लगाने से त्वचा की रंगत निखरती है। यह नुस्ख़ा रानियों और राजकुमारियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता था।
नीम के एंटी-बैक्टीरियल गुण मुंहासों को दूर रखते हैं। नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी से चेहरा धोएं या नीम का पेस्ट सीधे पिंपल पर लगाएं।
आंवला त्वचा में कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे झुर्रियां कम होती हैं। रोज़ सुबह आंवले का जूस पिएं या इसके पाउडर का फेस पैक बनाएं।
सिर्फ बालों के लिए नहीं, नहाने के बाद हल्के गीले शरीर पर नारियल तेल लगाने से त्वचा दिन भर नम और मुलायम रहती है।
असली सुंदरता सिर्फ़ बाहरी लेप से नहीं आती। संतुलित आहार, हल्दी वाला दूध और प्राणायाम जैसी आदतें अंदर से चमक लाती हैं।
ये नुस्ख़े सिर्फ़ स्किनकेयर रूटीन नहीं, बल्कि हमारी विरासत का हिस्सा हैं। इन्हें अपनाएं और अपनी प्राकृतिक सुंदरता को सम्मान दें।